अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार फ़िलिस्तीन बंदी के परिजनों ने इस समाचार की घोषणा करते हुए कहा कि 22 वर्षीय हसन अब्दुल हलीम तुराबी काफ़ी समय से बीमार था जिसे ज़ायोनी सैनिकों ने जारी वर्ष के जनवरी महीने में गिरफ़्तार कर लिया था। सूत्रों का कहना है कि उक्त युवक को ज़ायोनी शासन ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं कराया। चिंताजनक स्थिति के बाद ज़ायोनी शासन ने इस युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गयी। फ़िलिस्तीन की क़ानूनी सरकार ने ग़ज़्ज़ा में एक बयान जारी करके ज़ायोनी शासन की जेलों में बंद फ़िलिस्तीनियों के साथ होने वाले व्यवहार की आलोचना करते हुए फ़िलिस्तीनी युवा की शहादत का ज़िम्मेदार ज़ायोनी शासन को ठहराया है।
4 नवंबर 2013 - 20:30
समाचार कोड: 478628

अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार फ़िलिस्तीन बंदी के परिजनों ने इस समाचार की घोषणा करते हुए कहा कि 22 वर्षीय हसन अब्दुल हलीम तुराबी काफ़ी समय से बीमार था जिसे ज़ायोनी सैनिकों ने जारी वर्ष के जनवरी महीने में गिरफ़्तार कर लिया था